भिलाई:- 23 दिसंबर, साइबर अधिकारी का झांसा देकर महिला व उसके बेटे को डिजिटल अरेस्ट कर ठगी करने का प्रयास किया जा रहा था। बैंक कर्मियों की सूझबुझ से महिला का 45 लाख रुपए बच गए । घटना रिसाली एसबीआई की हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक 19 दिसंबर को रिसाली की एक विधवा महिला और उसका 22 वर्ष के बेटे को ठगों ने वीडियो कॉल किया। खुद को साइबर क्राइम अधिकारी बताकर महिला को सोशल मीडिया पर अश्लील फोटो वीडियो अपलोड करने का पहले झांसा दिया। ठगों ने दावा किया 28 सितंबर को वो मुंबई में क्या कर रही थीं और कहां गई थीं। इसके
बाद कहा कि मुंबई क्राइम ब्रांच में उनके खिलाफ केस दर्ज किया है। महिला को मनी लॉन्ड्रिग में संलिप्त होने की जानकारी दी। ठगों ने आईसीआईसीआई बैंक में बड़ा अमाउंट होने तक की जानकारी महिला को दिया है। वीडियो कॉल में ही आईसीआईसीआई बैंक के हेड-क्वार्टर में बैठी अधिकारी पूजा महात्रे और दीपेंद्र चतुर्वेदी को कॉन्फ्रेंस में लेने की बात कहते हुए ठगों ने महिला से बात कराई थी। महिला से किसी समाधान पवार से भी बात भी कराई गई। उसने खुद को इकोनॉमिक इन्वेस्टिगेशन अधिकारी बताया और कहा कि उनके. घर आधे घंटे में मुंबई पुलिस गिरफ्तार करने पहुंच रही है। इस बात से महिला डर गई तो मामले को सेटल करने के लिए महिला से रुपए का डिमांड ठगों ने की। परेशान महिला ने अपना 45 लाख रुपए का एफडी तुड़वाने के लिए बैंक पहुंच गई।
ऐसे बचाया महिला के पैसों को
घबराकर महिला सीधे भारतीय स्टेट बैंक रिसाली ब्रांच में गई। अपने 35 लाख रुपए के एफडी को तुड़वाने दस्तावेजी औपचारिकता पूरी करने लगी। परेशान महिला किसी से वीडियो कॉल पर बात कर रही थी जिसे देखकर बैंक मैनेजर विनीत नायर को संदेह हुआ। महिला ने अपने सेविंग और एफडी के पैसे मिलाकर कुल 45 लाख रुपए दूसरे बैंक में ट्रांसफर करने के लिए आरटीजीएस फॉर्म भरा। फिर बैंक के अधिकारियों ने देखा कि महिला एक साथ इतना बड़ा अमाउंट किसी शिदामोन एंड बाइयामोन के करंट अकाउंट में भेज रही है। यह अकाउंट आईसीआईसीआई बैंक का था जो कि असम के सिलचर यूकेडी रोड का था। ऐसे में बैंक की ग्राहक सेवा अधिकारी विनीता साहू ने महिला से पूछताछ की। बैंक के अधिकारियों ने महिला को अलग-अलग बहाने से करीब 2-3 घंटे तक रोककर रखा। इसके बाद बैंक की सहायक प्रबंधक चंदा यादव और ब्रांच मैनेजर विनीत नायर ने महिला की काउंसिलिंग की। उन्हें समझाया और विश्वास में लेकर बताया कि उनके साथ फ्रॉड हो रहा है। तब जाकर महिला समझी और रुपए नहीं भेजे।