समाचार विशेष
पहली घटना 4 सितंबर कसडोल की
दूसरी घटना दुर्ग के सेलुद की https://cgtimesnews.com/attempt-to-murder-journalist-5-attackers-arrested/
पत्रकारों को लगातार धमकियां मिलने से छत्तीसगढ़ पत्रकार जनकल्याण संगठन के अध्यक्ष मनोज वर्मा स्वतंत्र ने कहा छत्तीसगढ़ में पत्रकार सुरक्षा लागू तो हो गया है पर ये सिर्फ कागजों तक ही सिमट कर रह गया है इसका नजारा आए दिन खबरों में पढ़ने और सुनने को मिल रहा है पत्रकारों की स्वतंत्रता खत्म करने की साजिश करने वालों को इस तरह खुला छोड़ना खतरे से खाली नही है आपको बता दें कि में एक सप्ताह में 3 घटना पत्रकारों के साथ हुआ है । पहली घटना 30 अगस्त को कोंडागांव में पत्रकार को घर में घुस कर पीटने की वारदात की घटना थमी ही नही की 4 सितंबर को एक ही दिन अलग अलग जगहों पर पत्रकारों के साथ घटना होना बहुत ही शर्मशार करने वाली खबर है । कसडोल के पत्रकार को इसलिए धमकी दिया गया क्योंकि पत्रकार उस शख्स को उसके द्वारा किए हुए भ्रष्टाचार को उजागर कर रहा था। उस पत्रकार को कसडोल में सरेआम धमकी दिया जाना किस ओर इशारा कर रहा है ये समझदार अधिकारी नही समझ पा रहे है। ये तो धमकी की बात हुआ , इसी दिन इसी समय कुछ गुंडे बदमाश दुर्ग जिले के ग्राम सेलूद में 4 से 5 लड़के हाकी स्टीक से लैस पत्रकार को जान से मारने के इरादे से सोची समझी साजिश के मुताबिक पत्रकार के शॉप पर घुस जाते है और उस पर जानलेवा हमला कर देते है पत्रकार को गंभीर चोटें आती है फिर भी सरकार ,और पुलिस मौन है,आखिर क्यों ?
मनोज वर्मा स्वतंत्र ने इस पर दो टूक जवाब देते हुए कहा की क्या शासन प्रशासन किसी पत्रकार की जान जाने के बाद ही कदम उठाएगी ? कब तक उन अपराधियों पर शिकंजा कसेगी ये तो वे ही बता सकते है।
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आए दिन पत्रकारों पर हमला,छत्तीसगढ़ में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए क्या कर रही है सरकार। मनोज वर्मा स्वतंत्र।
