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बंगाल की खाड़ी में बने तूफान मिचोंग के असर से प्रदेश के पूर्वी और अरब सागर में बने चक्रवात से आ रही नमी के असर से 4 दिसंबर की रात से शुरू हुई बारिश 5, 6 और 7 दिसंबर को भी रुक रुक कर होती रही। आसमान में घने बादल छाए हुए है। मौसम में लगातार हो रही तब्दीली से किसानों को फसल की चिंता सताने लगी है हवा चलने से तापमान कम हो गया है। हर साल की तरह इस साल भी मेहनतकश किसानोे ने अपने खून पसीना सींचकर धान की बम्पर पैदावार ली है। किंतु पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश ने किसानो की चिंता बढ़ा दी है। पिछले 5 दिनों से मौसम में आए एकाएक बदलाव से क्षेत्र में 3 दिनो से बेमौसम बारिश हो रही है लिहाजा किसानों की मुसीबत बढ़ गई है। बादल छाए रहने के साथ दो-तीन दिन से हो रही बारिश से धान की कटाई मिजाई के अलावा समिति में धान खरीदी कार्य पर विराम लग गया हैं। लगातार दो दिनों से हो रही बारिश ने खेती किसानी चौपट कर दी है। खेत खलिहान गीले हो गए हैं जिसमें ट्रैक्टर या अन्य मशीने नहीं चल पाएगी। ऐसे में अब मौसम भी खुलता है तो कटाई मिजाई के लिए किसानों को खेतों के सूखने तक इंतजार करना होगा। मुंडा के कृषक पोखराज साहू मेलाराम रजक सुमेर वर्मा हरिशंकर साहू धनगांव के तुलसी मनहरे कोहरौद के किसान पन्ना रजक हंस रजक सालिक पटेल ने बताया कि खराब मौसम ने फिर एक बार किसानों को परेशानी में डाल दिया है। सोमवार को दिनभर बादल छाए रहने के बाद मंगलवार से लेकर गुरुवार तक सुबह से लेकर शाम तक रिमझिम बारिश होती रही बारिश और ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गए हैं। बारिश के चलते कृषि कार्य ठप हो गए हैं। कटाई मिजाई के दौर में बारिश होने से परेशानी बढ़ गई है वर्तमान में लगभग 30 फ़ीसदी धान कटाई कार्य बचा हुआ है बारिश होने से खेतों का धान फिर भीग गया है। किसानों ने बताया कि बारिश होने से धान की फसल प्रभावित हो रही है बारिश से खड़ी फसल नरम होकर गिरने लगी है वही कट चुका धान भीग रहा हैं। मौसम की मिजाज को देखते हुए किसानो की माथे पर चिन्ता की लकीरे साफ तौर पर देखी जा रही है। वही कई ऐसे किसान है जिनके पास अपनी फसल को सुरक्षित रखने के लिए जगह का अभाव जिसके चलते बेमौसम बारिश से अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मिथलेश वर्मा बलौदा बाजार प्रथम दस्तक

बंगाल की खाड़ी में बने तूफान मिचोंग के असर से प्रदेश के पूर्वी और अरब सागर में बने चक्रवात से आ रही नमी के असर से 4 दिसंबर की रात से शुरू हुई बारिश 5, 6 और 7 दिसंबर को भी रुक रुक कर होती रही। आसमान में घने बादल छाए हुए है। मौसम में लगातार हो रही तब्दीली से किसानों को फसल की चिंता सताने लगी है हवा चलने से तापमान कम हो गया है। हर साल की तरह इस साल भी मेहनतकश किसानोे ने अपने खून पसीना सींचकर धान की बम्पर पैदावार ली है। किंतु पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश ने किसानो की चिंता बढ़ा दी है। पिछले 5 दिनों से मौसम में आए एकाएक बदलाव से क्षेत्र में 3 दिनो से बेमौसम बारिश हो रही है लिहाजा किसानों की मुसीबत बढ़ गई है। बादल छाए रहने के साथ दो-तीन दिन से हो रही बारिश से धान की कटाई मिजाई के अलावा समिति में धान खरीदी कार्य पर विराम लग गया हैं। लगातार दो दिनों से हो रही बारिश ने खेती किसानी चौपट कर दी है। खेत खलिहान गीले हो गए हैं जिसमें ट्रैक्टर या अन्य मशीने नहीं चल पाएगी। ऐसे में अब मौसम भी खुलता है तो कटाई मिजाई के लिए किसानों को खेतों के सूखने तक इंतजार करना होगा। मुंडा के कृषक पोखराज साहू मेलाराम रजक सुमेर वर्मा हरिशंकर साहू धनगांव के तुलसी मनहरे कोहरौद के किसान पन्ना रजक हंस रजक सालिक पटेल ने बताया कि खराब मौसम ने फिर एक बार किसानों को परेशानी में डाल दिया है। सोमवार को दिनभर बादल छाए रहने के बाद मंगलवार से लेकर गुरुवार तक सुबह से लेकर शाम तक रिमझिम बारिश होती रही बारिश और ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गए हैं। बारिश के चलते कृषि कार्य ठप हो गए हैं। कटाई मिजाई के दौर में बारिश होने से परेशानी बढ़ गई है वर्तमान में लगभग 30 फ़ीसदी धान कटाई कार्य बचा हुआ है बारिश होने से खेतों का धान फिर भीग गया है। किसानों ने बताया कि बारिश होने से धान की फसल प्रभावित हो रही है बारिश से खड़ी फसल नरम होकर गिरने लगी है वही कट चुका धान भीग रहा हैं। मौसम की मिजाज को देखते हुए किसानो की माथे पर चिन्ता की लकीरे साफ तौर पर देखी जा रही है। वही कई ऐसे किसान है जिनके पास अपनी फसल को सुरक्षित रखने के लिए जगह का अभाव जिसके चलते बेमौसम बारिश से अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मिथलेश वर्मा बलौदा बाजार प्रथम दस्तक

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