बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में संचालित अंबुजा सीमेंट संयंत्र में काम कर रहे सभी ठेका श्रमिकों ने अपनी मांगों को लेकर 11 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। इसे लेकर गुरुवार को उन्होंने मैनेजमेंट को दोबारा चेतावनी पत्र सौंपा। अंबुजा अडानी सीमेंट प्लांट रवान के मैनेजमेंट को यहां के इंटक यूनियन ने ए पुल, बी पुल और ठेका श्रमिकों की मांग को लेकर कई बार आवेदन सौंपा। उन्होंने यहां काम कर रहे मजदूरों की मांगों को लेकर रायपुर स्थित सहायक श्रम आयुक्त के कार्यालय में त्रिपक्षीय बैठक का भी आयोजन किया था, लेकिन मैनेजमेंट के अड़ियल रवैये और वादाखिलाफी के चलते आज तक समस्याओं का कोई समाधान नहीं निकल सका। इंटक यूनियन का आरोप है कि कई बार हुई त्रिपक्षीय बैठक में अंबुजा अडानी सीमेंट मैनेजमेंट का कोई भी जिम्मेदार प्रतिनिधि मौजूद नहीं होता। यूनियन के सदस्यों को समय-समय पर प्रबंधन द्वारा प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया गया है। इंटक यूनियन की सदस्यता लेने पर नौकरी से निकालने की धमकी देने का भी आरोप लगा है। मजदूरों ने कहा है कि अगर उनकी मांगें इस बार पूरी नहीं की गईं, तो वे इंटक यूनियन के बैनर तले 11 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी अंबुजा अडानी सीमेंट संयंत्र के मैनेजमेंट की होगी। अंबुजा अडानी सीमेंट रवान प्लांट के मजदूरों की प्रमुख मांगें कालीन ड्यूटी में ले रहे श्रमिकों से 8 घंटे का शिफ्ट किया जाये, एवं सप्ताहिक अवकाश दिया जावें। पिछले 3 वर्ष का पेकिंग प्लांट श्रमिकों का DA नहीं जोड़ा गया है उसे जोड़ा जाये । आल अलाउंस को टन वेज से अलग किया जाये। पेकिंग प्लांट की श्रमिकों को वैगन का गेट बंद करने एवं खोलने के लिये अलग से श्रमिक रखा जाए। वेजबोर्ड समझौता का एरियस बनाकर जल्द से जल्द भुगतान किया जाए। पेकिंग प्लांट में कार्यरत लोडर श्रमिकों को सीएमए का जो समझौता हुआ है। उसका जानबूझकर अवैधानिक रूप से उल्लंघन किया जा रहा है। सभी श्रमिको को ESIC, मेडिक्लेम सुविधा एवं PF का लाभ दिया जाए, ठेका श्रमिको को अधिकांस महिनो में विलम्ब से वेतन दिया जाता है, उसे समय पर दिया जाए, सभी सुरक्षा उपकरण दिया जाए, गेट पास, पेमेंट स्लिप, पंचिग बनाया जाए, सप्ताहिक अवकाश, आकस्मिक अवकाश एवं हॉलीडे अवकाश दिया जाए तथा कार्यरत समस्त ठेका श्रमिकों को वैधानिक रूप से ओवर टाइम का डबल भुगतान किया जावे। सभी श्रमिकों को कार्यानुसार न्युनतम मजदूरी दरो के हिसाब से वेतन भुगतान किया जाए जो की 200/- रू. नगदी भुगतान किया जाता है जो नियमानुसार गलत है जिसे बंद कर बैंक खाता में भुगतान किया जाए। मांइस में कार्यरत माँ शारदा एसोसियेट के मजदूरों को केन्द्रीय श्रम के तहत विगत 4 वर्षों का DA नहीं दिया गया है एवं मेडिकल छुट्टी नहीं दिया जाता है । नारायण प्रसाद ठेका के अंतर्गत सेवामुक्त किये श्रमिकों को तथा टी.सी. जैन के ठेका में कार्यरत श्रमिक ईश्वरी ध्रुव पूर्ववत कार्य पर रखा जावे। पेकिंग प्लांट में कार्यरत सभी श्रमिकों को ई.एल.सी. एल. का नगद भुगतान शीघ्र किया जाये। कार्यरत समस्त ठेका श्रमिकों का अनेक वर्षों से कोई वेतन वृद्धि नहीं हुई है उसमें वार्षिक वेतन वृद्धि की जावे तथा ग्रेडेशन किया जाये। मिथलेश वर्मा बलौदा बाजार प्रथम दस्तक