Skip to content Home मोहन साहू राज हंस ट्रेवल्स के मालिक एवम् भाजपा भनपुरी मंडल के उपाध्यक्ष युवा सम्राट को छत्तीसगढ़ पत्रकार जनकल्याण समिति और प्रथम दस्तक न्यूज़ चैनल के टीम की मनोज वर्मा भामा साहू दुर्गेश वर्मा सुरज पटेल वर्षा के साथ मोहन साहू कोआज 10/12/2023 को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं दिया मोहन साहू ने छत्तीसगढ़ पत्रकार जन कल्याण समिति एवं प्रथम दस्तक न्यूज़ चैनल के संस्थापक एवम् टीम को बहुत बहुत 🙏धन्यवाद🙏 कहा
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बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में संचालित अंबुजा सीमेंट संयंत्र में काम कर रहे सभी ठेका श्रमिकों ने अपनी मांगों को लेकर 11 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। इसे लेकर गुरुवार को उन्होंने मैनेजमेंट को दोबारा चेतावनी पत्र सौंपा। अंबुजा अडानी सीमेंट प्लांट रवान के मैनेजमेंट को यहां के इंटक यूनियन ने ए पुल, बी पुल और ठेका श्रमिकों की मांग को लेकर कई बार आवेदन सौंपा। उन्होंने यहां काम कर रहे मजदूरों की मांगों को लेकर रायपुर स्थित सहायक श्रम आयुक्त के कार्यालय में त्रिपक्षीय बैठक का भी आयोजन किया था, लेकिन मैनेजमेंट के अड़ियल रवैये और वादाखिलाफी के चलते आज तक समस्याओं का कोई समाधान नहीं निकल सका। इंटक यूनियन का आरोप है कि कई बार हुई त्रिपक्षीय बैठक में अंबुजा अडानी सीमेंट मैनेजमेंट का कोई भी जिम्मेदार प्रतिनिधि मौजूद नहीं होता। यूनियन के सदस्यों को समय-समय पर प्रबंधन द्वारा प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया गया है। इंटक यूनियन की सदस्यता लेने पर नौकरी से निकालने की धमकी देने का भी आरोप लगा है। मजदूरों ने कहा है कि अगर उनकी मांगें इस बार पूरी नहीं की गईं, तो वे इंटक यूनियन के बैनर तले 11 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी अंबुजा अडानी सीमेंट संयंत्र के मैनेजमेंट की होगी। अंबुजा अडानी सीमेंट रवान प्लांट के मजदूरों की प्रमुख मांगें कालीन ड्यूटी में ले रहे श्रमिकों से 8 घंटे का शिफ्ट किया जाये, एवं सप्ताहिक अवकाश दिया जावें। पिछले 3 वर्ष का पेकिंग प्लांट श्रमिकों का DA नहीं जोड़ा गया है उसे जोड़ा जाये । आल अलाउंस को टन वेज से अलग किया जाये। पेकिंग प्लांट की श्रमिकों को वैगन का गेट बंद करने एवं खोलने के लिये अलग से श्रमिक रखा जाए। वेजबोर्ड समझौता का एरियस बनाकर जल्द से जल्द भुगतान किया जाए। पेकिंग प्लांट में कार्यरत लोडर श्रमिकों को सीएमए का जो समझौता हुआ है। उसका जानबूझकर अवैधानिक रूप से उल्लंघन किया जा रहा है। सभी श्रमिको को ESIC, मेडिक्लेम सुविधा एवं PF का लाभ दिया जाए, ठेका श्रमिको को अधिकांस महिनो में विलम्ब से वेतन दिया जाता है, उसे समय पर दिया जाए, सभी सुरक्षा उपकरण दिया जाए, गेट पास, पेमेंट स्लिप, पंचिग बनाया जाए, सप्ताहिक अवकाश, आकस्मिक अवकाश एवं हॉलीडे अवकाश दिया जाए तथा कार्यरत समस्त ठेका श्रमिकों को वैधानिक रूप से ओवर टाइम का डबल भुगतान किया जावे। सभी श्रमिकों को कार्यानुसार न्युनतम मजदूरी दरो के हिसाब से वेतन भुगतान किया जाए जो की 200/- रू. नगदी भुगतान किया जाता है जो नियमानुसार गलत है जिसे बंद कर बैंक खाता में भुगतान किया जाए। मांइस में कार्यरत माँ शारदा एसोसियेट के मजदूरों को केन्द्रीय श्रम के तहत विगत 4 वर्षों का DA नहीं दिया गया है एवं मेडिकल छुट्टी नहीं दिया जाता है । नारायण प्रसाद ठेका के अंतर्गत सेवामुक्त किये श्रमिकों को तथा टी.सी. जैन के ठेका में कार्यरत श्रमिक ईश्वरी ध्रुव पूर्ववत कार्य पर रखा जावे। पेकिंग प्लांट में कार्यरत सभी श्रमिकों को ई.एल.सी. एल. का नगद भुगतान शीघ्र किया जाये। कार्यरत समस्त ठेका श्रमिकों का अनेक वर्षों से कोई वेतन वृद्धि नहीं हुई है उसमें वार्षिक वेतन वृद्धि की जावे तथा ग्रेडेशन किया जाये। मिथलेश वर्मा बलौदा बाजार प्रथम दस्तक विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज करने के बाद बीजेपी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रुप में प्रदेश के आदिवासी नेता विष्णुदेव साय पर दांव लगाया है। भाजपा ने यहां चुनाव से पहले किसी को सीएम के चेहरे को पेश नहीं किया था। पूरा चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे पर लड़ा गया। लेकिन जीत के बाद एक हफ्ते तक रायपुर से दिल्ली तक सीएम के चेहरे को लेकर मंथन का दौर चला। अब पार्टी ने इस रेस में आदिवासी समाज से आने वाले विष्णुदेव साय के नाम पर मुहर लगा दी है। कौन हैं विष्णुदेव साय? विष्णुदेव राय छत्तीसगढ़ की कुनकुरी इलाके के कांसाबेल से लगे बगिया गांव के रहने वाले मूलत: किसान हैं। राज्य में आदिवासी समुराय की आबादी सबसे अधिक है और वे इसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनकी गिनती रमन सिंह के करीबी लोगों में होती है। 1989 में अपने गांव बगिया से पंच पद से राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले विष्णुदेव साय 1990 में निर्विरोध सरपंच निर्वाचित हुए थे। इसके बाद तपकरा से विधायक चुनकर 1990 से 1998 तक वे मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे। इसके बाद 1999 में वे 13 वीं लोकसभा के लिए रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए। इसके बाद भाजपा ने उन्हें 2006 में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद 2009 में 15 वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में वे रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से फिर से सांसद बने। इसके बाद 2014 में 16 वीं लोकसभा के लिए वे फिर से रायगढ़ से सांसद बने। इस बार केंद्र में मोदी की सरकार ने उन्हें केंद्रीय राज्यमंत्री, इस्पात खान, श्रम, रोजगार मंत्रालय बनाया। वे 27 मई 2014 से 2019 तक इस पद पर रहे। पार्टी ने 2 दिसंबर 2022 को उन्हें राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य और विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया। इसके बाद विष्णुदेव साय 8 जुलाई 2023 को भाजपा ने राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य बनाया। विष्णुदेव साय 2020 में भी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। संघ के करीबी नेताओं में उनकी गिनती होती है। विष्णुदेव साय की इसी मजबूत प्रोफाइल की वजह से उन्हें पार्टी ने सबसे बड़ा पद दिया है। विष्णु देव साय के निजी जीवन पूरा नाम: विष्णुदेव साय जन्म तिथि: 21 फरवरी 1964 उम्र: 59 जन्म स्थान: बगिया, जिला: जशपुर (छत्तीसगढ़) शिक्षा: 10 वीं पास (लोयोला उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, कुनकुरी, जिला: जशपुर) व्यवसाय: कृषि रुचि: बैडमिंटन, फुटबॉल, किताबें पढ़ना, आदिवासियों का उत्थान और उनके विकास के लिए काम करना, गरीबों की सेवा करना। पिता का नाम: राम प्रसाद साय माता का नाम: श्रीमती जशमनी देवी वैवाहिक स्थिति: विवाहित जीवनसाथी का नाम: श्रीमती कौशल्या देवी पुत्र: एक पुत्री: दो राजनीतिक जीवन 1989: पंच, ग्राम बगिया, बंदरचुआं, कांसाबेल 1990: सरपंच, ग्राम पंचायत, बगिया निर्विरोध) 1990-1998: सदस्य, मध्यप्रदेश विधानसभा, तपकरा 1999: 13 वीं लोकसभा के सदस्य, रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र 2006: प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा, छत्तीसगढ़ 2009: 15 वीं लोकसभा सदस्य, रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र 2014: 16 वीं लोकसभा, लोकसभा क्षेत्र रायगढ़ 27 मई 2014 से 2019: केंद्रीय राज्यमंत्री, इस्पात खान, श्रम, रोजगार मंत्रालय 2 दिसंबर 2022: विशेष आमंत्रित सदस्य, राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य, भाजपा 8 जुलाई 2023: राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य, भाजपा मिथलेश वर्मा बलौदा बाजार प्रथम दस्तक