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गोबर घोरा रेल पथ – प्रभावितों ने निर्माण कार्य स्थल में किया विरोध, मकानों का मांगा मुआवजा…

 

निर्माण कार्य के बीच में प्रभावितों ने लगाया पंडाल, कहां रेल प्रशासन से, जब तक मुआवजा नहीं तब तक कार्य रखें बंद

निर्माण कार्य के बीच में प्रभावितों ने लगाया पंडाल, कहां रेल प्रशासन से, जब तक मुआवजा नहीं तब तक कार्य रखें बंद 
निर्माण कार्य के बीच में प्रभावितों ने लगाया पंडाल, कहां रेल प्रशासन से, जब तक मुआवजा नहीं तब तक कार्य रखें बंद

आज दीपका के गोबर घोरा वार्ड क्रमांक एक के निर्माणाधीन रेल पथ से प्रभावित बस्तीवासी ने अपनी परिसंपत्ति मकान कुआं बाड़ी आदि की मुआवजा व अन्य सुविधाओं को लेकर रेल के निर्माण कार्य पर एकत्रित होकर नारेबाजी करते हुए रेल प्रशासन होश में आओ, रेल से प्रभावितों के परिसंपत्तियों का मुआवजा जल्द करो ऐसा नारा लगाकर निर्माण कार्य को बंद करा दिया गया साथ ही रेल के निर्माण कार्य चल रहा है वहां पर बस्तीवासी पंडाल लगाकर धरने में बैठकर प्रदर्शन करने लगे ।

बस्तीवासियों का कहना है कि रेल प्रशासन ने बताया था कि रेलवे की लाइन बस्ती के मकानों को छोड़कर रेल लाइन का निर्माण हो रहा है लेकिन निर्माण कार्य मकानों से होकर गुजर रही है जिस पर रेलवे प्रशासन व कटघोरा के अनुविभागीय अधिकारी एसडीएम साहब को चिट्ठी लिखकर अवगत कराते हुए आग्रह व निवेदन किया गया था इस पर अभी तक प्रशासन व रेलवे के तरफ से कोई कार्यवाही नहीं हुआ है इसे लेकर विरोध किया जा रहा है ।

  • ऊर्जाधानी संगठन के पदाधिकारी ने कहा है कि रेल पथ निर्माण एजेंसी द्वारा रेल लाईन कभी इधर उधर करने के कारण बीच मे कई बस्ती प्रभावित हो रहा है । पूर्व में सर्वे के दौरान गोबर घोरा बस्ती को छोड़कर रेल लाइन का प्रस्ताव बनाया गया था । तथा समीप बसे गरीब परिवार इससे प्रभावित नही हो रहे थे किंतु अब मकानों के बीच से रेल लाइन आ जाने से उनकी मुसीबत बढ़ गयी है । इन बस्तीवासियों को उनके मकानों का मुआवजा देने के लिए कोई कार्यवाही नही होने और कार्य प्रगति रहने के कारण आखिरकार इन गरीब लोंगो को आंदोलन के रास्ते में आना पड़ा है । और निर्माण कार्य के बीच पंडाल लगाकर अपनी मकानों का मुआवजा की करते हुए विरोध शुरू किया गया है । इस सबन्ध में ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति ने अनुविभागीय अधिकारी से मांग किया है ।

 

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