मिथलेश वर्मा
कसडोल
ग्राम पंचायत वटगन में आज एक भव्य पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्रीय छाया विधायक धनीराम धीवर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर उन्होंने सभी स्थानीय नागरिकों और कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पौधारोपण किया। कार्यक्रम में विशेष रूप से युवा मोर्चा अध्यक्ष उमेश यदु की उपस्थिति रही, जिन्होंने इस अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इस पौधारोपण कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। मंडल अध्यक्ष महेन्द्र साहु, उपाध्यक्ष मंडल पलारी राज बंजारे, युवा मोर्चा उपाध्यक्ष खिलेश्वर घृतलहरे, महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती निर्मला रंजक, महामंत्री जय भारत कनौजे, और अन्य गणमान्य सदस्य जैसे पंचराम वर्मा, जवाहर वर्मा, दुजेन्द्र वर्मा, दयाल साहू, रेशमा साहू, विक्की चन्द्राकार, फगु सेन, पंचराम सापतिड, मनीष दीवान, देवव्रत वर्मा, बलदाऊ वर्मा, भुवनेश्वर यदु, कमलनारायण साहू, सोमनाथ बाजरे, भुपेनद महेश्वर, नीलेश वर्मा, प्रहलाद वर्मा, प्रमोद वर्मा, कामदेव यादव और प्रेमलाल वर्मा ने भी कार्यक्रम में अपनी सक्रिय भागीदारी दिखाई।
छाया विधायक धनीराम धीवर ने अपने संबोधन में पौधारोपण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “पर्यावरण संरक्षण हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। हमें अधिक से अधिक पौधे लगाने और उनकी देखभाल करने की आवश्यकता है ताकि हम आने वाली पीढ़ियों को एक हरा-भरा और स्वस्थ पर्यावरण दे सकें।” उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी के अनुरोध को भी दोहराया कि हर व्यक्ति को अपने माता-पिता के नाम से कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए। उन्होंने सभी उपस्थित लोगों से अपील की कि वे इस मिशन को सफल बनाने के लिए अपना योगदान दें।
कार्यक्रम का समापन सभी उपस्थित लोगों ने पौधारोपण कर और पर्यावरण संरक्षण की शपथ लेकर किया। इस अवसर पर ग्रामीणों में उत्साह और उमंग का माहौल देखने को मिला। सभी ने मिलकर एक नई दिशा में कदम बढ़ाने की शपथ ली और यह वादा किया कि वे नियमित रूप से पौधों की देखभाल करेंगे।
इस कार्यक्रम ने न केवल पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाई, बल्कि ग्रामीणों को एकजुट होकर सामूहिक प्रयास करने की प्रेरणा भी दी। पौधारोपण अभियान की इस पहल ने पूरे गांव में एक नई ऊर्जा का संचार किया और यह उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होता रहेगा।
ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम न केवल पर्यावरण को संरक्षित करने में मदद करते हैं, बल्कि समुदाय को भी एकजुट करते हैं। कार्यक्रम के बाद सभी ने मिलकर पौधों की देखभाल का संकल्प लिया और इस महत्वपूर्ण कार्य में अपना सहयोग देने का वादा किया।