विगत दिनों कोरबा अंचल में घटित आभूषण विक्रेता की हुई नृसंश हत्या के मामले में कोरबा पुलिस को प्रशंसनीय सफलता मिली हैं। घटना के कुछ अपराधियो को पहले ही बंदी बना लिया गया था, किंतु मास्टर माइंड आरोपी जिसका नाम सूरज पुरी गोस्वामी बताया गया हैं, जो अपराध के बाद फरार होने में सफल हो गया था।
फरार आरोपी के संबंध में जिसकी पतासाजी के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें उसकी पतासाजी कर रही थी, तब पुलिस को विश्वसनीय सूचना प्राप्त हुई कि वह पकड़े जाने के डर से मुंबई भाग गया है। सूचना पर मुंबई पुलिस से मदद लेकर टीम ने मुंबई जाकर आरोपी सूरज पुरी गोस्वामी को पनवेल मुंबई से 15 जनवरी तक की अवधि के ट्रांजिट रिमांड पर 14 जनवरी को कोरबा लाया गया।
सूरज पुरी गोस्वामी ने पुलिस द्वारा पूछताछ में बताया कि इसकी तथा इसके भाई आकाश पुरी की आर्थिक स्थिति खराब थी। कही काम नही मिल रहा था। आकाश पुरी ने नयी बुलेट खरीदी थी। जिसकी किश्त भी नही पटा पा रहा था। इन सब आर्थिक तंगी के कारण लूटपाट की योजना बनाई और वारदात करते समय पहचान लिये जाने के कारण गोपाल राय सोनी की हत्या कर देना बताया।
इस सनसनीखेज वारदात के बाद कोरबा में एक अजीब सी स्थिति उत्पन्न हो गयी थी किंतु मामले की विवेचना अत्यंत ही आधुनिक तकनीकी और सुविधाओं का सहारा लेकर किया गया। मामले में संलिप्त अपराधियो में से अधिकांश को तो पहली ही पकड़-धकड़ में जकड लिया और अपराध के सरगना को भी जल्दी ही मुंबई से गिरफ्तार कर लिया। इस अपराध की गहन विवेचना और सक्रिय परिणामकारी
अनुसंधान की प्रशंसा की।
मुंबई पुलिस के द्वारा अपराधी को पकड़ने में की गयी भरपूर मदद की सराहना
