इस मामले में पुलिस ने पांच महिलाओं समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। बेचे गए नवजात बच्चे को बोकारो जिले के पेटरवार से सकुशल बरामद कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में नवजात बच्चे की मां भी शामिल है।
मां को सिर्फ एक लाख, बाकी दलाल खा गए
बताया जाता है कि बड़कागांव के एक दंपति को बेटा चाहिए था। कुछ समय पहले ही उसकी एक जमीन सरकार से अधिग्रहित की थी। इसके बदले सरकार से छह लाख रुपये उसे मिला। बताया जाता है कि उसने अस्पताल के कर्मचारियों के साथ मिलकर बच्चे की मां से डील की। नवजात की मां उसे गिराना चाहती थी। ऐसे में अस्पताल के कर्मचारियों ने उसे आसानी से अपने पाले में कर लिया। जिस दंपति को बच्चा चाहिए था, उससे 4.5 लाख रुपये में सौदा तय किया और नवजात की मां को एक लाख रुपये दिए। बाकी खुद ले लिए।

गिरफ्तार 11 आरोपियों के पास से 1.64 लाख कैश जब्त
पुलिस ने बच्चे के खरीद-फरोख्त की डील में शामिल आरोपियों के पास से चार मोबाइल और 1.64 लाख रुपये नगद बरामद किये हैं। जो लोग गिरफ्तार किए गए हैं, उनमें चतरा जिले के सदर थाना क्षेत्र निवासी डिम्पल देवी, आशा देवी, मालती देवी, रामानंद कुमार, बोकारो जिले के आनन्द प्रकाश जयसवाल उर्फ मोनू, सरोज कुमार, चंदन कुमार, रजनीकांत साव, हजारीबाग जिले के उपेंद्र कुमार, रीना देवी, रामगढ़ जिले के सारू देवी शामिल हैं।
महिला ने अपने नवजात को बेच दिया
चतरा के एसडीपीओ अविनाश कुमार ने गुरुवार को बताया कि 21 मार्च को डीसी अबु इमरान को नवजात को बेचे जाने की सूचना मिली। उन्हें जानकारी मिली थी की 18 मार्च को प्रसव के कुछ ही घंटे के बाद एक महिला ने अपने नवजात को बेच दिया है। उन्होंने यह सूचना चतरा एसपी को दी। एसपी ने एक विशेष छापामारी टीम का गठन किया। इस टीम ने बोकारो से सकुशल बच्चे को बरामद किया गया। वहीं घटना में संलिप्त 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। यह मामला सामने आने के बाद सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ मनीष लाल के आवेदन पर सदर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी।